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10 इसीलिए यहोवा उन से इस प्रकार बोलता है जैसे वे दूध मुँहे बच्चे हों।

सौ लासौ सौ लासौ
काव लाकाव काव लाकाव
ज़ेईर शाम ज़ेईर शाम।[a]

11 फिर यहोवा उन लोगों से बात करेगा उसके होंठ काँपते हुए होंगे और वह उन लोगों से बातें करने में दूसरी विचित्र भाषा का प्रयोग करेगा।

12 यहोवा ने पहले उन लोगों से कहा था, “यहाँ विश्राम का एक स्थान है। थके मांदे लोगों को यहाँ आने दो और विश्राम पाने दो। यह शांति का ठौर है।” किन्तु लोगों ने परमेश्वर की सुननी नहीं चाही।

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Footnotes

  1. 28:10 सौ लासौ … ज़ेईर शाम शाम यह कदाचित कोई हिब्रू गीत है। इस गीत के द्वारा बच्चों को लिखना सिखाया जाता था। गीत का अनुवाद इन शब्दों में किया जा सकता है: “एक आज्ञा यहाँ एक आज्ञा वहाँ, एक नियम यहाँ एक नियम वहाँ एक पाठ यहाँ एक पाठ वहाँ।”