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यशायाह 30:1-3
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यशायाह 30:1-3
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
इस्राएल को परमेश्वर पर विश्वास रखना चाहिये, मिस्र पर नहीं
30 यहोवा ने कहा, “मेरे इन बच्चों को देखो, ये मेरी बात नहीं मानते। ये योजनाएँ बनाते हैं किन्तु मेरी सहायता नहीं लेना चाहते। ये दूसरी जातियों के साथ समझौता करते हैं जबकि मेरी आत्मा उन समझौतों को नहीं चाहती। ये लोग अपने सिर पर पाप का बोझ बढ़ाते चले आ रहे हैं। 2 ये बच्चे सहायता के लिये मिस्र की ओर चले जा रहे हैं, किन्तु ये मुझ से कुछ नहीं पूछते कि क्या ऐसा करना उचित है। उन्हें उम्मीद है कि फिरौन उन्हें बचा लेगा। वे चाहते हैं कि वे मिस्र उन्हें बचा ले।
3 “किन्तु मैं तुम्हें बताता हूँ कि मिस्र में शरण लेने से तुम्हारा बचाव नहीं होगा। मिस्र तुम्हारी रक्षा करने में समर्थ नहीं होगा।
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Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International