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24 वे शासक ऐसे हैं जेसे वे पौधे जिन्हें धरती में रोपा गया हो,
    किन्तु इससे पहले की वे अपनी जड़े धरती में जमा पाये,
परमेश्वर उन को बहा देता है
    और वे सूख कर मर जाते हैं।
    आँधी उन्हें तिनके सा उड़ा कर ले जाती है।
25 “क्या तुम किसी से भी मेरी तुलना कर सकते हो नहीं!
    कोई भी मेरे बराबर का नहीं है।”

26 ऊपर आकाशों को देखो।
    किसने इन सभी तारों को बनाया
किसने वे सभी आकाश की सेना बनाई
    किसको सभी तारे नाम—बनाम मालूस हैं
सच्चा परमेश्वर बहुत ही सुदृढ़ और शक्तिशाली है
    इसलिए कोई तारा कभी निज मार्ग नहीं भूला।

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