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यशायाह 41:5-7
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यशायाह 41:5-7
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
5 सुदूरवर्ती देश इसको देखें
और भयभीत हों।
दूर धरती के छोर के लोग
फिर आपस में एक जुट होकर
भय से काँप उठें!
6 “एक दूसरे की सहायता करेंगें। देखो! अब वे अपनी शक्ति बढ़ाने के लिए एक दूसरे की हिम्मत बढ़ा रहे हैं। 7 मूर्ति बनानें के लिए एक कारीगर लकड़ी काट रहा है। फिर वह व्यक्ति सुनार को उत्साहित कर रहा है। एक कारीगर हथौड़ें से धातु का पतरा बना रहा है। फिर वह कारीगर निहायी पर काम करनेवाले व्यक्ति को प्रेरित कर रहा है। यह अखिरी कारीगर कह रहा है, काम अच्छा है किन्तु यह धातु पिंड कहीं उखड़ न जाये। इसलिए इस मूर्ति को आधार पर कील से जड़ दों! उससे मूर्ति गिरेगी नहीं, वह कभी हिलडुल तक नहीं पायेगो।”
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Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International