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तू अन्धों की आँखों को प्रकाश देगा और वे देखने लगेंगे।
    ऐसे बहुत से लोग जो बन्दीगृह में पड़े हैं, तू उन लोगों को मुक्त करेगा।
तू बहुत से लोगों को जो अन्धेरे में रहते हैं उन्हें उस कारागार से तू बाहर छुड़ा लायेगा।”

“मैं यहोवा हूँ! मेरा नाम यहोवा है।
    मैं अपनी महिमा दूसरे को नहीं दूँगा।
मैं उन मूर्तियों (झूठे देवों) को वह प्रशंसा,
    जो मेरी है, नहीं लेने दूँगा।
प्रारम्भ में मैंने कुछ बातें जिनको घटना था,
    बतायी थी और वे घट गयीं।
अब तुझको वे बातें घटने से पहले ही बताऊँगा
    जो आगे चल कर घटेंगी।”

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