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17 किन्तु इस्राएल यहोवा के द्वारा बचा लिया जायेगा।
    वह मुक्ति युगों तक बनी रहेगी।
फिर इस्राएल कभी भी लज्जित नहीं होगा।
18 यहोवा ही परमेश्वर है।
    उसने आकाश रचे हैं, और उसी ने धरती बनायी है।
    यहोवा ही ने धरती को अपने स्थान पर स्थापित किया है।
जब यहोवा ने धरती बनाई उसने ये नहीं चाहा कि धरती खाली रहे।
    उसने इसको रचा ताकि इसमें जीवन रहे। मैं यहोवा हूँ।
मेरे सिवा कोई दूसरा परमेश्वर नहीं है।
19 मैंने अकेले ये बातें नहीं कीं। मैंने मुक्त भाव से कहा है।
    संसार के किसी भी अन्धेरे में मैं अपने वचन नहीं छुपाता।
मैंने याकूब के लोगों से नहीं कहा कि वे मुझे विरान स्थानों पर ढूँढे।
    मैं परमेश्वर हूँ, और मैं सत्य बोलता हूँ।
मैं वही बातें कहता हूँ जो सत्य हैं।

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