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तुम अपना तेल और फुलेल लगाते हो
    ताकि तुम अपने झूठे देवता मोलक के सामने अच्छे दिखो।
तुमने अपने दूत दूर—दूर देशों को भेजे हैं
    और इससे ही तुम नरक में, मृत्यु के देश में गिरोगे।
10 इन बातों को करने में तूने परिश्रम किया है।
    फिर भी तू कभी भी नहीं थका।
तुझे नई शक्ति मिलती रही
    क्योंकि इन बातों में तूने रस लिया।
11 तूने मुझको कभी नहीं याद
    किया यहाँ तक कि तूने मुझ पर ध्यान तक नहीं दिया!
सो तू किसके विषय में चिन्तित रहा करता था
    तू किससे भयभीत रहता था
तू झूठ क्यों कहता था
    देख मैं बहुत दिनों से चुप रहता आया हूँ
और फिर भी तूने मेरा आदर नहीं किया।

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