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किन्तु यहोवा, तू हमारा पिता है।
    हम मिट्टी के लौंदे हैं और तू कुम्हार है।
तेरे ही हाथों ने हम सबको रचा है।
हे यहोवा, तू हमसे कुपित मत बना रह!
    तू हमारे पापों को सदा ही याद मत रख!
कृपा करके तू हमारी ओर देख! हम तेरे ही लोग हैं।
10 तेरी पवित्र नगरियाँ उजड़ी हुई हैं।
    आज वे नगरियाँ ऐसी हो गई हैं जैसे रेगिस्तान हों।
सिय्योन रेगिस्तान हो गया है! यरूशलेम ढह गया है!

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