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12 किन्तु आहाज़ ने कहा, “प्रमाण के रूप में मैं कोई संकेत नहीं मागूँगा। मैं यहोवा की परीक्षा नहीं लूँगा।”

13 तब यशायाह ने कहा, “हे, दाऊद के वंशजों, सावधान हो कर सुनो! तुम लोगों के धैर्य की परीक्षा लेते हो। क्या यह तुम्हारे लिए काफी नहीं है जो, अब तुम मेरे परमेश्वर के धैर्य की परीक्षा ले रहे हो 14 किन्तु, मेरा स्वामी परमेश्वर तुम्हें एक संकेत दिखायेगा:

“देखो, एक कुवाँरी गर्भवती होगी
    और वह एक पुत्र को जन्म देगी।
    वह इस पुत्र का नाम इम्मानुएल रखेगी।

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