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16 “‘इस्राएल के लोगों ने मेरे नियमों का पालन करने से इन्कार किया। उन्होंने मेरे नियमों का अनुसरण नहीं किया। उन्होंने मेरे विश्राम के दिनों को ऐसे लिया मानो वे महत्व नहीं रखते। उन्होंने ये सभी काम इसलिये किये कि उनका हृदय उन गन्दी देवमूर्तियों का हो चुका था। 17 किन्तु मुझे उन पर करूणा आई, अत: मैंने उन्हें नष्ट नहीं किया। मैंने उन्हें मरुभूमि में पूरी तरह नष्ट नहीं किया। 18 मैंने उनके बच्चों से बाते कीं। मैंने उनसे कहा, “अपने माता—पिता जैसे न बनो। उनकी गन्दी देवमूर्तियों से अपने को गन्दा न बनाओ। उनके नियमों का अनुसरण न करो। उनके आदेशों का पालन न करो।

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