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34 तुम उसी प्याले में विष पीओगी।
    तुम उसकी अन्तिम बूंद तक उसे पीओगी।
तुम गिलास को फेंकोगी और उसके टुकड़े कर डालोगी
    और तुम पीड़ा से अपनी छाती विदीर्ण करोगी।
यह होगा क्योंकि मैं यहोवा और स्वामी हूँ
    और मैंने वे बातें कहीं।

35 “इस प्रकार, मेरे स्वामी यहोवा ने ये बातें कहीं, ‘यरूशलेम, तुम मुझे भूल गए। तुमने मुझे दूर फेंका और मुझे पीछे छोड़ दिया। इसलिये तुम्हें मुझे छोड़ने और वेश्या की तरह रहने का दण्ड भोगना चाहिए। तुम्हें अपने दुष्ट सपनों के लिये कष्ट अवश्य पाना चाहिए।’”

ओहोला और ओहोलीबा के विरुद्ध निर्णय

36 मेरा स्वामी यहोवा कहता है, “मनुष्य के पुत्र, क्या तुम ओहोला और ओहोलीबा का न्याय करोगे तब उनको उन भयंकर बातों को बताओ जो उन्होंने किये।

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