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“मनुष्य के पुत्र, सोर ने यरूशलेम के विरुद्ध बुरी बातें कहीं: आहा! लोगों की रक्षा करने वाला नगर—द्वार नष्ट हो गया है! नगर—द्वार मेरे लिये खुला है। नगर (यरूशलेम) नष्ट हो गया है, अत: मैं इससे बहुत सी बहुमूल्य चीज़ें ले सकता हूँ!”

इसलिये मेरा स्वामी यहोवा कहता है: “सोर, मैं तुम्हारे विरुद्ध हूँ! मैं तुम्हारे विरुद्ध लड़ने के लिये कई राष्ट्रों को लाऊँगा। वे समुद्र—तट की लहरों की तरह बार—बार आएंगे।”

परमेश्वर ने कहा, “शत्रु के वे सैनिक सोर की दीवारों को नष्ट करेंगे और उनके स्तम्भों को गिरा देंगे। मैं भी उसकी भूमि से ऊपर की मिट्टी को खुरच दूँगा। मैं सोर को चट्टान मात्र बना डालूँगा।

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