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वहाँ मेरी आँखों के सामने नसों, माँस पेशियों और त्वचा ने हड्डियों को ढकना आरम्भ किया। किन्तु शरीर हिले नहीं, उनमें प्राण नहीं था।

तब तेरे स्वामी यहोवा ने मुझसे कहा, “सांस से मेरे लिये कहो। मनुष्य के पुत्र, मेरे लिये सांस से बातों करो। सांस से कहो कि स्वामी यहोवा यह कह रहा है: ‘सांस, हर दिशा से आओ और इन शवों में प्राण संचार करो। उनमें प्राण संचार करो और वे फिर जीवित हो जाएंगे!’”

10 इस प्रकार मैंने यहोवा के लिये सांस से बातें कीं जैसा उसने कहा और शवों में सांस आई। वे जीवित हुए और खड़े हो गये। वहाँ बहुत से पुरुष थे, वे एक बड़ी विशाल सेना थे!

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