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याकूब 5:18-20
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
याकूब 5:18-20
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
18 उसने फिर प्रार्थना की और आकाश में वर्षा उमड़ पड़ी तथा धरती ने अपनी फसलें उपजायीं।
एक आत्मा की रक्षा
19 हे मेरे भाईयों, तुम में से कोई यदि सत्य से भटक जाए और उसे कोई फिर लौटा लाए तो उसे यह पता होना चाहिए कि 20 जो किसी पापी को पाप के मार्ग से लौटा लाता है वह उस पापी की आत्मा को अनन्त मृत्यु से बचाता है और उसके अनेक पापों को क्षमा किए जाने का कारण बनता है।
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Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International