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तुम्हारा सोना चाँदी जंग लगने से बिगड़ गया है। उन पर लगी जंग तुम्हारे विरोध में गवाही देगी और तुम्हारे मांस को अग्नि की तरह चट कर जाएगी। तुमने अपना खज़ाना उस आयु में एक ओर उठा कर रख दिया है जिसका अंत आने को है। देखो, तुम्हारे खेतों में जिन मज़दूरों ने काम किया, तुमने उनका मेहनताना रोक रखा है। वही मेहनताना चीख पुकार कर रहा है और खेतों में काम करने वालों की वे चीख पुकारें सर्वशक्तिमान प्रभु के कानों तक जा पहुँची हैं।

धरती पर तुमने विलासपूर्ण जीवन जीया है और अपने आपको भोग-विलासों में डुबोये रखा है। इस प्रकार तुमने अपने आपको वध किए जाने के दिन के लिए पाल-पोसकर हृष्ट-पुष्ट कर लिया है।

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