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11 उस समय, तुम यह कहना, सर्वशक्तिमान यहोवा कहता है, ‘यहुदा राष्ट्र और यरूशलेम नगर को वैसे ही तोड़ूँगा जैसे कोई मिट्टी का सुराही तोड़ता है। यह सुराही फिर जोड़कर बनाया नहीं जा सकता। यहूदा राष्ट्र के लिये भी यही सब होगा। मरे लोग इस तोपेत में तब तक दफनाए जाएंगे जब तक यहाँ जगह नहीं रह जाएगी। 12 मैं यह इन लोगों और इस स्थान के साथ ऐसा करूँगा। मैं इस नगर को तोपेत की तरह कर दूँगा।’ ह सन्देश यहोवा का है। 13 ‘यरूशलेम के घर तथा राजा के महल इतने गन्दे होंगे जितना यह स्थान तोपेत है। राजा के महल इस स्थान तोपेत की तरह बरबाद होंगे। क्यों क्योंकि लोगों ने उन घरों की छत पर असत्य देवताओं की पूजा की। उन्होंने ग्रह—नक्षत्रों की पूजा की और उनके सम्मान में बलि जलाई। उन्होंने असत्य देवताओं को पेय भेंट दी।’”

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