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23 यह सन्देश यहोवा का है।
    “मैं परमेश्वर हूँ, यहाँ वहाँ और सर्वत्र।
मैं बहुत दूर नहीं हूँ।
24 कोई व्यक्ति किसी छिपने के स्थान में अपने को मुझसे छिपाने का प्रयत्न कर सकता है।
    किन्तु उसे देख लेना मेरे लिये सरल है।
    क्यों क्योंकि मैं स्वर्ग और धरती दोनों पर सर्वत्र हूँ!”

यहोवा ने ये बातें कहीं। 25 “ऐसे नबी हैं जो मेरे नाम पर झूठा उपदेश देते हैं। वे कहते हैं, ‘मैंने एक स्वप्न देखा है! मैंने एक स्वप्न देखा है!’ मैंने उन्हें वे बातें करते सुना है।

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