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25 “दमिश्क प्रसन्न नगर है।
    लोगों ने अभी उस तमाशे के नगर को नहीं छोड़ा है।
26 अत: युवक इस नगर के सार्वजनिक चौराहे में मरेंगे।
    उस समय उसके सभी सैनिक मार डाले जाएंगे।”
सर्वशक्तिमान यहोवा ने यह सब कुछ कहा है।
27 “मैं दमिश्क की दीवारों में आग लगा दूँगा।
    वह आग बेन्नहदद के दृढ़ दुर्गो को पूरी तरह जलाकर राख कर देगी।”

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