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यिर्मयाह 5:27-29
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
यिर्मयाह 5:27-29
Hindi Bible: Easy-to-Read Version
27 इन व्यक्तियों के घर झूठ से वैसे भरे होते हैं, जैसे चिड़ियों से भरे पिंजरे हों।
उनके झूठ ने उन्हें धनी और शक्तिशाली बनाया है।
28 जिन पापों को उन्होंने किया है उन्ही से वे बड़े और मोटे हुए हैं।
जिन बुरे कामों को वे करते हैं उनका कोई अन्त नहीं।
वे अनाथ बच्चों के मामले के पक्ष में बहस नहीं करेंगे, वे अनाथों की सहायता नहीं करेंगे।
वे गरीब लोगों को उचित न्याय नहीं पानें देंगे।
29 क्या मुझे इन कामों के करने के कारण यहूदा को दण्ड देना चाहिये?
यह सन्देश यहोवा का है।
तुम जानते हो कि मुझे ऐसे राष्ट्र को दण्ड देना चाहिये।
मुझे उन्हें वह दण्ड देना चाहिए जो उन्हें मिलना चाहिए।”
Hindi Bible: Easy-to-Read Version (ERV-HI)
© 1995, 2010 Bible League International