Add parallel Print Page Options

हमारे अपराध क्षमा कर,
    क्योंकि हमने भी अपने अपराधी को क्षमा किया,
और हमें कठिन परीक्षा में मत पड़ने दे।’”

माँगते रहो

(मत्ती 7:7-11)

5-6 फिर उसने उनसे कहा, “मानो, तुममें से किसी का एक मित्र है, सो तुम आधी रात उसके पास जाकर कहते हो, ‘हे मित्र मुझे तीन रोटियाँ दे। क्योंकि मेरा एक मित्र अभी-अभी यात्रा से मेरे पास आया है और मेरे पास उसके सामने परोसने के लिये कुछ भी नहीं है।’

Read full chapter