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बरहसेंगे वर्षा सम मेरे उपदेश,
    हिम—बिन्दु सम बहेगी पृथ्वी पर वाणी मेरी,
कोमल घासों पर वर्षा की मन्द झड़ी सी,
    हरे पौधों पर वर्षा सी।
परमेश्वर का नाम सुनाएगी मैं कहूँगा,
    कहो यहोवा महान है।

“वह (यहोवा) हमारी चट्टान है—
    उसके सभी कार्य पूर्ण हैं! क्यों?
    क्योंकि उसके सभी मार्ग सत्य हैं!
वह विश्वसनीय निष्पाप परमेश्वर,
    करता जो उचित और न्याय है।

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