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तेरी गर्दन ऐसी है जैसे किसी हाथी दाँत की मीनार हो।
तेरे नयन ऐसे है जैसे हेशबोन के वे कुण्ड
    जो बत्रब्बीम के फाटक के पास है।
तेरी नाक ऐसी लम्बी है जैसे लबानोन की मीनार
    जो दमिश्क की ओर मुख किये है।
तेरा सिर ऐसा है जैसे कर्मेल का पर्वत
    और तेरे सिर के बाल रेशम के जैसे हैं।
तेरे लम्बे सुन्दर केश
    किसी राजा तक को वशीभूत कर लेते हैं!
तू कितनी सुन्दर और मनमोहक है,
    ओ मेरी प्रिय! तू मुझे कितना आनन्द देती है!

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