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तेरा सिर ऐसा है जैसे कर्मेल का पर्वत
    और तेरे सिर के बाल रेशम के जैसे हैं।
तेरे लम्बे सुन्दर केश
    किसी राजा तक को वशीभूत कर लेते हैं!
तू कितनी सुन्दर और मनमोहक है,
    ओ मेरी प्रिय! तू मुझे कितना आनन्द देती है!
तू खजूर के पेड़
    सी लम्बी है।
तेरे उरोज ऐसे हैं
    जैसे खजूर के गुच्छे।

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