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11 मैं क्रोधित हुआ और मैंने तुम्हें एक राजा दे दिया। मैं और अधिक क्रोधित हुआ और मैंने तुमसे उसे छीन लिया।

12 “एप्रैम ने निज अपराध छिपाने का जतन किया;
    उसने सोचा था कि उसके पाप गुप्त हैं।
    किन्तु उन बातों के लिये उसको दण्ड दिया जायेगा।
13 उसका दण्ड ऐसा होगा जैसे कोई स्त्री प्रसव पीड़ा भोगती है;
    किन्तु वह पुत्र बुद्धिमान नहीं होगा
उसकी जन्म की बेला आयेगी
    किन्तु वह पुत्र बच नहीं पायेगा।

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