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लोग सच्चे नहीं हैं

हे एप्रैम, तुम ही बताओ कि मैं (यहोवा) तुम्हारे साथ क्या करूँ?
    हे यहूदा, तुम्हारे साथ मुझे क्या करना चाहिये?
तुम्हारी आस्था भोर की धुंध सी है।
    तुम्हारी आस्था उस ओस की बूँद सी है जो सुबह होते ही कही चली जाती है।
मैंने नबियों का प्रयोग किया
    और लोगों के लिये नियम बना दिये।
मेरे आदेश पर लोगों का वध किया गया
    किन्तु इन निर्णयों से भली बाते ऊपजेंगी।
क्योंकि मुझे सच्चा प्रेम भाता है
    न कि मुझे बलियाँ भाती हैं,
मुझे भाता है कि परमेश्वर का ज्ञान रखें,
    न कि वे यहाँ होमबलियाँ लाया करें।

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