Add parallel Print Page Options

15 उनकी समूची बुराई गिल्गाल में है।
    वहीं मैंने उनसे घृणा करना शुरू किया था।
मैं उन्हें मेरे घर से निकल जाने को विवश करूँगा,
    उनके उन कुकर्मों के लिये जिनको वे करते हैं।
मैं उनसे अब प्यार नहीं करता रहूँगा।
    उनके सभी मुखिया मुझसे बागी हो गये हैं, अब वे मेरे विरोध में हो गये हैं।
16 एप्रैम को दण्ड दिया जायेगा,
    उनकी जड़ सूख रहीं है।
    उनके और अधिक संतानें अब नहीं होंगी।
चाहे उनकी संतानें होती रहें
    किन्तु उनके दुलारे शिशुओं को जो उनके शरीर से पैदा होते हैं मैं मार डालूँगा।
17 वे लोग मेरे परमेश्वर की तो नहीं सुनेंगे;
    सो वह भी उनकी बात सुनने को नकार देगा
और फिर वे अन्य देशों के बीच बिना किसी घर के भटकते हुए फिरेंगे।

Read full chapter