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मुझे इन कहानियों पर तब तक विश्वास नहीं था जब तक मैं आई नहीं और अपनी आँखों से देखा नहीं। ओह! तुम्हारी बुद्धिमत्ता का आधा भी मुझसे नहीं कहा गया है। तुम उन सुनी कहानियों में कहे गए रूप से बड़े हो! तुम्हारी पत्नियाँ और तुम्हारे अधिकारी बहुत भाग्यशाली हैं! वे तुम्हारे ज्ञान की बातें तुम्हारी सेवा करते हुए सुन सकते हैं। तुम्हारे परमेश्वर यहोवा की प्रशंसा हो! वह तुम पर प्रसन्न है और उसने तुम्हें अपने सिंहासन पर, परमेश्वर यहोवा के लिये, राजा बनने के लिये बैठाया है। तुम्हारा परमेश्वर इस्राएल से प्रेम करता है और इस्राएल की सहायता सदैव करता रहेगा। यही कारण है कि यहोवा ने उचित और ठीक—ठीक सब करने के लिये तुम्हें इस्राएल का राजा बनाया है।”

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