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अन्तिम चेतावनियाँ

13 तुम्हारे पास मैं तीसरी बार आ रहा हूँ. हर एक सच की पुष्टि के लिए दो या तीन गवाहों की ज़रूरत होती है. वहाँ अपने दूसरी बार ठहरने के अवसर पर मैंने तुमसे कहा था और अब वहाँ अनुपस्थित होने पर भी वहाँ आने से पहले मैं उन सब से यह कह रहा हूँ: जिन्होंने अतीत में पाप किया है तथा बाकी लोगों से भी, यदि मैं फिर आऊँगा तो किसी पर दया न करूँगा क्योंकि तुम यह सबूत चाहते हो कि जो मेरे द्वारा बातें करते हैं, वह मसीह हैं और वह तुम्हारे प्रति निर्बल नहीं परन्तु तुम्हारे मध्य सामर्थी हैं.

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