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27 किन्तु रबशाके ने उनसे कहा, “मेरे स्वामी ने मुझे केवल तुमसे और तुम्हारे राजा से बातें करने के लिये नहीं भेजा है। मैं उन अन्य लोगों के लिये भी कह रहा हूँ जो दीवार पर बैठते हैं। वे अपना मल और मूत्र तुम्हारे साथ खायेंगे—पीयेंगे।”[a]

28 तब सेनापति हिब्रू भाषा में जोर से चिल्लाया,

“महान सम्राट, अश्शूर के सम्राट का यह सन्देश सुनो। 29 सम्राट कहता है, ‘हिजकिय्याह को, अपने को मूर्ख मत बनाने दो! वह तुम्हें मेरी शक्ति से बचा नहीं सकता।’

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Footnotes

  1. 18:27 वे … पीयेंगे अश्शूर की सेना ने यरूशलेम का घेरा डालने और नगर में अन्न पानी न आने देने की योजना बनाई थी। वह समझ रहा था कि लोग इतने भूखे होंगे कि अपना मल मूत्र खायेंगे—पीयेंगे।