मैंने कहा, “मैं तो बस व्यर्थ ही कड़ी मेहनत करता रहा। मैं थक कर चूर हुआ। मैं काम का कोई काम नहीं कर सका। मैंने अपनी सब शक्ति लगा दी। सचमुच, किन्तु मैं कोई काम पूरा नहीं कर सका। इसलिए यहोवा निश्चय करे कि मेरे साथ क्या करना है। परमेश्वर को मेरे प्रतिफल का निर्णय करना चाहिए।