रामा नगर में स्वतन्त्र किये जाने के बाद यिर्मयाह को यहोवा का सन्देश मिला। बाबुल के राजा के विशेष रक्षकों के अधिनायक नबूजरदान को यिर्मयाह रामा में मिला। यिर्मयाह जंजीरों में बंधा था। वह यरूशलेम और यहूदा के सभी बन्दियों के साथ था। वे बन्दी बाबुल को बन्धुवाई में ले जाए जा रहे थे।